WHAT IS COMPUTER ROM AND IT’S TYPE?
Vinod - December 21, 2020रैम क्या है (What is RAM ) यह जान चुके हैं यहां में हम जानने वाले हैं ROM क्या है या Computer ROM क्या है, जब भी आप नया मोबाइल या Computer खरीदते होंगे तो आपको वहां पर दो word जरूर दिखाई देते होंगे रोम (ROM) और रैम (RAM) इसमें रैम (RAM) तो हम समझ चुके हैं कि कंप्यूटर में किस तरह से उपयोगी होती है लेकिन रोम (ROM) भी कंप्यूटर या आपके मोबाइल फोन के लिए बहुत उपयोगी होती है इस पोस्ट में हम जाने वाले हैं रोम (ROM) क्या होती है और क्या रोम आपके कंप्यूटर के लिए उपयोगी होती है और इसके अलावा रोम कितने प्रकार की होती है तो आईये जानते हैं रोम क्या है और रोम के प्रकार –COMPUTER ROM क्या है तथा ROM कितने प्रकार की होती है ?

ROM का पूरा नाम READ ONLY MEMORY है। इसके DATA को केवल READ किया जा सकता है. इसमें नये DATA को ADD नहीं कर सकते है. यह एक NON – VOLATILE MEMORY है. इस MEMORY में COMPUTER फ़ंक्शनैलिटी से रिलेटेड INSTRUCTION स्टोर होते है।
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COMPUTER ROM क्या है तथा ROM के प्रकार कितने है ?
कम्प्यूटर को ON करने के INSTRUCTION इसी MEMORY में स्टोर रहते है. जिसे “BOOTING ” कहा जाता है. कम्प्यूटर के अलावा वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन एवं अन्य ELECTRONIC DEVICE को ROM द्वारा ही PROGRAM किया जाता है.
इस PERMANENT MEMORY में DATA हमेशा के लिए उपलब्ध रहता है. POWER OFF होने पर भी DATA DELETE नही होता. यह भी MAIN MEMORY ही होती है।
ROM को MANUFACTURING के दौरान ही एक बार PROGRAM WRITE कर दिया जाता हैं. इसलिए, इसके DATA के साथ कोई CHANGE संभव नहीं होता है।
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RAM तथा ROM में असमानता
1 . ROM एक NON – VOLATILE MEMORY है जबकि RAM VOLATILE MEMORY है।
2 . ROM में DATA को PERMANENTLY STORE किया जा सकता है जबकि RAM में डाटा TEMPORARY स्टोर किया जाता है।
TYPES OF ROM
ROM तीन प्रकार की होती है जो निम्न है :-
1 . PROM
2. EPROM
3. EEPROM
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1 . PROM (PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY)
PROM का पूरा नाम PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY है. यह एक MEMORY CHIP है जिससे केवल एक बार PROGRAM किया जा सकता है।
इसे OTP ( ONE TIME PROGRAMMABLE) CHIP) भी कहते है।
एक बार PROM को PROGRAM कर लिया जाता है तो फिर उस में से डाटा को ERASE नहीं किया जा सकता है. वह डेटा हमेशा के लिए उस चिप में WRITE हो जाता है।
PROM तथा ROM में असमानता यह है की PROM को जब बनाया जाता है तो इसकी मेमोरी खाली होती है जबकि ROM को बनाते वक्त ही इसे प्रोग्राम जाता है।
2. EPROM(ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY)
EPROM का पूरा नाम ( ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY) है।
EPROM में से DATA को ERASE किया जा सकता है तथा इसे दुबारा लिखा जा सकता है अल्ट्रावायलेट लाइट (ULTRAVOILET LIGHT)से MEMORY को REWRITE कर सकते है .
PROM की जगह EPROM को USE किया जाता था लेकिन अब इसकी जगह EEPROM का इस्तमाल किया जाता है।
ADVANTAGE OF EPROM
- यह LOW COST उपलब्ध है।
- इसे REWIRTE किया जा सकता है।
- इसको TEST और DEBUG किया जा सकता है।
- जब POWER SUPPLY नही होती है तब भी डाटा को सेव रखता है।
DISADVANTAGE OF EPROM
- इसमे बिजली की खपत अधिक होती है।
- EPROM में प्रयोग किये जाने वाले TRANSISTOR का RESISTANCE VERY HIGH होता है।
- इसमे प्रोग्रामींग SLOW होती है।
- PROM की तुलना में इसकी कीमत अधिक होती है।
3. EEPROM(ELECTRICALLY ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY)
EEPROM का पूरा नाम (ELECTRICALLY ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY) होता हैं।
यह एक नॉन वोलेटाइल मेमोरी है जिसका उपयोग कंप्यूटर में छोटी मात्रा में DATA स्टोर करने के लिए किया जाता है।
EEPROM में डाटा को ERASE और REWRITE करने के लिए इलेक्ट्रिक चार्ज का USE किया जाता है
TYPES OF EEPROM
- SERIAL EEPROM
- PARALLEL EEPROM
ADVANTAGE OF EEPROM
- यह EPROM से फ़ास्ट डाटा को ERASE और WRITE करती है।
- इसे ERASE करने के लिए कंप्यूटर से नही निकलना पड़ता है।
- EEPROM को इलेक्ट्रिकल चार्ज से अनगिनत बार ERASE और REWRITE कर सकते है।
DISADVANTAGE OF EEPROM
EEPROM PROMतथा EPROM से ज्यादा महंगी होती है।
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